बीकानेर मेयर सुशीला कंवर की अाेर से काेठारी बंधुअाें की स्मृति में स्मारक बनाने के निर्देश काे पहले जारी कर फिर डिप्टी कमिश्नर की अाेर से निरस्ती का अादेश निकालने काे पूर्व मंत्री राठाैड़ ने लाेकतंत्र का अपमान बताया है। कहा, मुख्यमंत्री लाेकतंत्र अाैर गांधीवाद की बातें करते हैं लेकिन उनकी लाेकतंत्र में अास्था नहीं है। हम जहां चुनाव हारे वह स्वीकारते हैं लेकिन जहां जीते हैं वहां अफसरशाही काे हावी किया जाता है ताे यह लाेकतंत्र का अपमान है।
स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा के पिछड़ने के सवाल काे बड़ा राजनीतिक भ्रष्टाचार बताया। कहा, किसी वार्ड मं चार साै अाैर कहीं 2800 वाेटर रखे गए। पूर्व में भाजपा का बाेर्ड गिर जाने अाैर पिछले बाेर्ड में भी बार-बार अंतरविराेध उभरकर अाने के मसले पर कहा, अब एेसा नहीं हाेगा। पार्टी ने सामूहिक नेतृत्व का फार्मूला तैयार किया है। महापाैर-उप महापाैर के कामकाज पर पार्टी की पैनी निगाह रहेगी। राठाैड़ ने महापाैर सुशीला कंवर अाैर उप महापाैर राजेन्द्र पंवार का अभिनंदन भी किया। दाेनाें काे नसीहत दी, जनहित में जी-जान से काम कराे। भाजपा नेता गुमानसिंह राजपुराेहित, सुरेन्द्रसिंह शेखावत, पार्षद किशाेर अाचार्य, भूपेन्द्र शर्मा, बाबूलाल गहलाेत अादि माैजूद रहे।
इस बार नहीं गिरेगा भाजपा का बाेर्ड, सामूहिक नेतृत्व के फार्मूले पर काम कर रही पार्टी
पानी के मुद्दे पर फिर अांदाेलन हाेगा
राठाैड़ ने अाराेप लगाय है कि नहर में पूरा पानी हाेने के बावजूद किसानाें काे चार में से दाे की बजाय तीन में से एक ग्रुप में पानी देने की घाेषणा की गई है। एेसे में 17 से 22 दिन बाद बारी अाएगी अाैर फसल बर्बाद हाेने की अाशंका है। हक का पानी लेने के लिए हाेने वाले हर आंदालेन मंे भाजपा किसानाें का साथ देगी।
बीकानेर महापाैर का अादेश निरस्त करने पर बाेले राठाैड़-अफसरशाही काे हावी करना लाेकतंत्र का अपमान