सचिन पायलट ने कहा- बिना चुनाव जीते मेयर-सभापति बनाने का फैसला राजीव गांधी की मूल भावना के खिलाफ


बयाना(भरतपुर). डिप्टी सीएम अाैर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि बिना चुनाव जीते मेयर-सभापति बनाए जाने का फैसला पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 73 वां अाैर 74 वां संविधान संशाेधन के मूल भावना के खिलाफ है। राजीव गांधी ने कहा था कि स्थानीय निकायाें में जनता की भागीदारी बढ़नी चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार के माैजूदा निर्णय से राज्य में मेयर बनने के लिए क्रॉस वोटिंग, खरीद-फरोख्त व हॉर्स ट्रेडिंग बढे़गी। मंगलवार काे पूर्व विधायक बृजेन्द्र सिंह सूपा को श्रद्धांजलि देने बयाना पहुुुंचे पायलट रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। 


पायलट ने कहा कि पार्षद का चुनाव लड़े बिना या जीते बिना किसी को भी मेयर-सभापति बनाना गलत है। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि पब्लिक के वोट से चुनाव हो, क्योंकि पब्लिक के वोट लेकर जो व्यक्ति निकाय प्रमुख बनता है, उसकी पब्लिक के प्रति नैतिक जबावदेही होती है। लेकिन ऐसा व्यक्ति सदन का नेता बन जाएगा जो सदन का सदस्य ही नहीं है, यह बड़ी अजीब स्थिति होगी।


पायलट ने कहा कि एक अक्टूबर काे गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर अायाेजित अधिवेशन में सीएम ने कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ता अाैर पार्टी जाे चाहेगी, उसी के अाधार पर सरकार काम करेगी, लेकिन बिना चुनाव के मेयर बनाने का फैसला कैसे लिया गया। कांग्रेस एेसी व्यवस्था देश के किसी भी राज्य में नहीं है। इससे बैक डाेर एंट्री काे बल मिलेगा।


निकाय चुनाव में अारएलडी से नहीं हाेगा गठबंधन: पीसीसी चीफ
पायलट ने एक सवाल के जवाब में कहा कि निकाय चुनावों में कांग्रेस अाैर राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन के बीच गठबंधन नहीं हाेगा। पार्टी के रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस व अारएलडी का विधानसभा चुनाव तक ही गठबंधन था। फिलहाल कांग्रेस पार्टी की किसी अन्य दल से निकाय चुनाव में गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं चल रही है। इससे स्पष्ट है कि निकाय चुनाव कांग्रेस अकेले अपने दम पर लड़ेगी।


पायलट ने कहा कि विधानसभा चुनावों में भरतपुर संभाग की जनता ने कांग्रेस को जो भारी जनादेश दिया था। कांग्रेस सरकार उस जनादेश की भावनाओं का सम्मान करते हुए लोगों की उम्मीदों के अनुरुप काम कर भरतपुर सहित पूरे संभाग में विकास कार्य कराएगी। गाैरतलब है कि अारएलडी काेटे से मंत्री सुभाष गर्ग ने निकाय चुनाव में गठबंधन करने का प्रस्ताव दिया था, जिसे पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने खारिज कर दिया था।